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Tuesday 31 March 2015

यमलोक में हड़ताल

यमलोक में हड़ताल

        यमलोक में हड़ताल ? यमराज के पास खबर पहुँची, जानकारी ली गयी कि हड़ताल कहाँ और क्यों है ? जवाब मिला, " नारी विभाग में हड़ताल है |" ," क्यो ?"  " महाराज, यह तो हमें बताया नही गया है, बस एक ही आवाज आ रही है कि हमें यमराजजी से मुलाकात करनी है, उन्हें ही बताया जायेगा | यमराज चकित  | यमलोक के आजतक के इतिहास में यह पहली, अपनी तरह की एक अनूठी घटऩा थी | आजतक "हड़ताल" शब्द सुना ही नही गया था | यमराजजी ने अपने गुप्तचर विभाग के गुप्चचरों से, घटना के बारे में पड़ताल की | तो वो भी कुछ ज्यादा जानकारी नही दे पाये | बस ! इतना पता चला कि महिला विभाग में, जो बलात्कार पीडित्त महिला, यमलोक पहुँची उनकी कुछ समस्या है | अंतत: यमराजजी ने महिला विभाग की उन पीड़ित महिलाओं से मुलाकात करने की योजना बनाई | और उन पीड़ित महिलाओं को यमराजजी से मिलने का समय, अवगत करा दिया गया |
        सभी महिलायें सुनिश्चित समय पर, यमराजजी के सामने पेश हुई | यमराजजी ने आदर  के साथ, उन सभी को अपने दरबार में उचित स्थान पर, आसन दिलवाया | दृश्य बड़ा विहंगम था ! यमराजजी ने देखा कि उनके सामने दो बरस से लेकर २५-३५ बरस की अधिकतर युवतियाँ हैं, ३५ बरस से अधिक आयु की बहुत कम महिला | यमराजजी विस्मित ! फिर भी समस्या तो सुननी थी बोले, " समस्या क्या है ? " उन सभी पीड़ितों में से एक १७-१८ बरस की नवयुवती उठी, बोली," महाराज, मृत्यु कितने तरह की होती है ? " यमराजजी अवाक् ! स्तब्ध ! कुछ देर चुप्पी | फिर बोले," दो तरह की, काल मृत्यु, आयु पूरी होने पर मृत्यु व अकाल मृत्यु, आयु पूरी होने से पहले वाली मृत्यु | युवती का त्वरित सवाल," हमारी मृत्यु काल मृत्यु है या अकाल मृत्यु | यमराजजी," अकाल मृत्यु "," क्यों ? ना हम किसी आपदा की शिकार हुई ना किसी accident का शिकार हुई ? यहॉ २ बरस से लेकर जितनी भी आयु की युवतियाँ है, सब बलात्कार का शिकार हैं और फिर वीभत्स मौत का | ये २बरस की बच्ची तो बलात्कार का मतलब भी नही जानती  महाराज | और हमारा विरोध यह नही है कि हमारी मौत किस तरह हुई है और ना ही हमें इससे मतलब है कि मृत्यु कितने तरह की होती है ? हमारा विरोध तो इस बात से है कि हमें पुन; पृथ्वीलोक पर क्यों भेजा जा रहा है ? एक बार नरक की अति हमने भोग ली है, अब उस सजा को फिर भोगने के लिए हमें क्यों पृथ्वी पर भेजा जा रहा है ?" बात पूरी भी नही हो पाई उस युवती की कि पूरा समूह," हमें नही जाना, हमें नही जाना, हमें नही जाना" के नारों से पूरा दरबार गुंजायमान होने लगा | यमराजजी जैसा कठोर दिल, सतेज  देव, उस समूह को जिसमें २,३,५,६,९,१२,१५,१८ बरस युवतियों की तरफ देख रहे हैं, अवाक् हैं | निज अऩुभव, गूढ़अनुभव, व्यवहारिकता बौनी साबित हो रही है   आज की भीषण समस्या से | निज मन आज आन्दोलित है, मन संदेह से भर गया | तुरन्त मन ही मन निश्चय किया | और उस समूह को चुप करते हुए बोले," आप कृपया चुप रहे, मैं आपके सभी सवालों का उत्तर आज तो नही दे सकता लेकिन दूँगा अवश्य | लेकिन यह पक्का है कि आप पृथ्वीलोक पर नही जायेंगी | आप जब तक चाहें तब तक यहाँ रह सकती हैं, आपको आपकी सहमति के बिना कोई कहीं नही भेजेगा |"
            शायद यही कारण लगता है कि आज भारत में महिलाओं की जनसंख्या का अनुपात  आदमियों से कम है क्योंकि कोई भी निरभया, अभया, दामिनी या आप कोई भी नाम ले ले वो यमलोक गई है तो वापिस पृथ्वीलोक आने के लिए तैयार नही है ,|UA-61452005-1